96- मतदान
पन्द्रह दिन की
निराई-गुड़ाई में
वर्षो की
फ़सल पैदा करता है,
आज आदमी
खेत में नहीं,
चुनाव में मेहनत
करता है !
******
97- सच्चाई - २
पाल कर कुत्ता
आदमी,
भौंकना तो सीख गया है,
वफादारी से
क्यों, आज
पीछे हट गया है !
*******
98- सायफन
पानी और आदमी का
पल-पल का साथ है
काश !
पानी का सिर्फ एक गुण
आदमी मे आ जाता,
आज,
आदमी, आदमी की सतह
बराबर कर पाता !
*******
99- बचाव
दिल तक
दुल्हन,
सास-ससुर के
पहुँच जाती है,
ज़िद करके बाप से
जब दहेज,
खूब लाती है !
********
100- लज्जा
लज्जा जैसा आभूषण
नारी का,
आज नहीं खोता,
यदि
साड़ी में
जेब होता !
*******
101- लकीरें
पन्द्रह दिन की
निराई-गुड़ाई में
वर्षो की
फ़सल पैदा करता है,
आज आदमी
खेत में नहीं,
चुनाव में मेहनत
करता है !
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97- सच्चाई - २
पाल कर कुत्ता
आदमी,
भौंकना तो सीख गया है,
वफादारी से
क्यों, आज
पीछे हट गया है !
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98- सायफन
पानी और आदमी का
पल-पल का साथ है
काश !
पानी का सिर्फ एक गुण
आदमी मे आ जाता,
आज,
आदमी, आदमी की सतह
बराबर कर पाता !
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99- बचाव
दिल तक
दुल्हन,
सास-ससुर के
पहुँच जाती है,
ज़िद करके बाप से
जब दहेज,
खूब लाती है !
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100- लज्जा
लज्जा जैसा आभूषण
नारी का,
आज नहीं खोता,
यदि
साड़ी में
जेब होता !
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101- लकीरें
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