46- माँ-बाप
चलें,
मर्जी पर जब तक
उनकी,
बेटा-बेटा लगता है,
सिक्का अपना
चपेट मे बहू की
खोटा लगता है!
******
47- अभागे
पवित्र मानकर
हज़ारों लोग
गंगा-यमुना में नहाते हैं,
एक डुबकी भी जो
आज तक, नहीं लगा पाये
कितने अभागे
किनारे होते हैं !
*******
48- जल्लाद
डालकर फंदा गले में
रस्म,
दुश्मनी-सी निभाना
होती है,
जल्लाद,
आदमी नहीं,
नौकरी होती है!
******
49- वारंट
सबसे पहले
सतर्क वो
हो जाते हैं,
सफेद होकर
बाल,
संत हो जाते हैं!
******
50- दाढ़ी
कितना काला काम
दिन भर में
आदमी
कर जाता है,
रोज़,
साफ़ चेहरे पर
दाढ़ी का बढ़ना
बताता है !
-रमेशकुमार भद्रावले
*****
चलें,
मर्जी पर जब तक
उनकी,
बेटा-बेटा लगता है,
सिक्का अपना
चपेट मे बहू की
खोटा लगता है!
******
47- अभागे
पवित्र मानकर
हज़ारों लोग
गंगा-यमुना में नहाते हैं,
एक डुबकी भी जो
आज तक, नहीं लगा पाये
कितने अभागे
किनारे होते हैं !
*******
48- जल्लाद
डालकर फंदा गले में
रस्म,
दुश्मनी-सी निभाना
होती है,
जल्लाद,
आदमी नहीं,
नौकरी होती है!
******
49- वारंट
सबसे पहले
सतर्क वो
हो जाते हैं,
सफेद होकर
बाल,
संत हो जाते हैं!
******
50- दाढ़ी
कितना काला काम
दिन भर में
आदमी
कर जाता है,
रोज़,
साफ़ चेहरे पर
दाढ़ी का बढ़ना
बताता है !
-रमेशकुमार भद्रावले
*****
No comments:
Post a Comment